CITS का परिचय
CITS जिसका पूरा नाम Craft Instructor Training Scheme है, भारत सरकार द्वारा संचालित एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम है। इसका मुख्य उद्देश्य ITI पास छात्रों को Instructor बनने के लिए प्रशिक्षित करना है, ताकि वे भविष्य में Industrial Training Institutes में विद्यार्थियों को पढ़ा सकें।
CITS क्यों करें?
यदि आपने ITI या Diploma पूरा कर लिया है और Teaching में Career बनाना चाहते हैं, तो CITS कोर्स आपके लिए सही विकल्प है। इस कोर्स के बाद आप Govt ITI और Private ITI में Instructor पद पर कार्य कर सकते हैं।
CITS के लिए Eligibility
- मान्यता प्राप्त संस्थान से संबंधित ट्रेड में ITI पास होना चाहिए।
- या फिर Engineering Diploma/Degree होना चाहिए।
- उम्मीदवार की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
CITS Admission Process
CITS में Admission के लिए हर वर्ष All India Common Entrance Test (AICET) आयोजित की जाती है। AICET पास करने के बाद उम्मीदवार को संबंधित ट्रेड में सीट अलॉट होती है।
CITS Entrance Exam Pattern
- प्रश्नपत्र में कुल 100 प्रश्न होते हैं।
- समय अवधि: 2 घंटे
- नेगेटिव मार्किंग: 0.25 अंक
- प्रश्न ITI ट्रेड, जनरल नॉलेज, इंग्लिश और रीज़निंग से होते हैं।
CITS Syllabus
CITS का Syllabus मुख्य रूप से दो भागों में बंटा होता है – ट्रेड थ्योरी और ट्रेड प्रैक्टिकल। इसके अलावा वर्कशॉप कैल्कुलेशन, इंजीनियरिंग ड्राइंग और टीचिंग मेथडोलॉजी भी शामिल है।
CITS करने के बाद Career Scope
CITS पास करने के बाद आप सरकारी और निजी दोनों प्रकार के ITI में Instructor बन सकते हैं। इसके अलावा Polytechnic Colleges, Skill Development Centers और Apprenticeship Training Programs में भी नौकरी के अवसर मिलते हैं।
निष्कर्ष
CITS कोर्स ITI/Diploma धारकों के लिए Teaching क्षेत्र में स्थायी और सम्मानजनक करियर बनाने का एक शानदार अवसर है। सही तैयारी के साथ आप Entrance Exam में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और एक बेहतरीन Instructor बन सकते हैं।